Thursday, August 13, 2009

कनक भूधर ( भगवती स्तोत्र)


कवि कोकिल विद्यापति


कनक-भूधर-शिखर-बासिनी
चंद्रिका-चय-चारु-हासिनि
दशन-कोटि-विकास-बंकिम-
तुलित-चंद्रकले ।।

क्रुद्ध-सुररिपु-बलनिपातिनि
महिष- शुम्भ-निशुम्भघातिनि
भीत-भक्त-भयापनोदन -
पाटव -प्रबले।।

जे देवि दुर्गे दुरिततारिणि
दुर्गामारी - विमर्द -कारिणि
भक्ति - नम्र - सुरासुराधिप -
मंगलप्रवरे ।।

गगन - मंडल - गर्भगाहिनि
समर - भूमिषु - सिंहवाहिनि
परशु - पाश - कृपाण - सायक -
संख -चक्र-धरे ।।

अष्ट - भैरवी - सँग - शालिनी
स्वकर - कृत - कपाल- मालिनि
दनुज - शोणित -पिशित - वर्द्धित-
पारणा-रभसे।।


संसारबन्ध - निदानमोचिनी
चन्द्र - भानु - कृशानु - लोचनि
योगिनी - गण - गीत - शोभित -
नित्यभूमि - रसे ।।

जगति पालन - जन्म - मारण -
रूप - कार्य - सहस्त्र - कारण -
हरी - विरंचि - महेश - शेखर -
चुम्ब्यमान - पड़े। ।

सकल - पापकला - परिच्युति-
सुकवि - विद्यापति - कृतस्तुति
तोषिते - शिवसिंह - भूपति -
कामना - फलदे।।










5 comments:

पारुल "पुखराज" said...

aabhaar ..aapkaa...kusum ji...

सुभाष चन्द्र said...

kusum jee,

geet jahne vidyapti ke chhainh ta neek hoba mein kono sandeh nahi.....
muda apnek blog mein je Kohbar nam del aa photu lagayal, wohi mein kichhu kami lagi rahal achhi......
jena Ahibatak patil, bar-kaniya aa suruj-chand ke bhitichitra aadi........

Kusum Thakur said...

सुझाव लेल धन्यवाद, हमारो ई निक नहीं बुझा रहल अछि.
हम निक चित्रक खोज में पहिनहि स छी.
जहिना भेट जायत अहांक इ सुझाव पूरा भ जायत

Arshia Ali said...

जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई.
( Treasurer-S. T. )

Kusum Thakur said...

संगीता जी /अर्शिया जी
एपी लोगों को जन्माष्टमी की बधाई और आभार..!!

 
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