Tuesday, October 29, 2019

शरण में आये हैं हम तुम्हारी



शरण में आये हैं हम तुम्हारी, दया करो हे दयालु भगवन 
संभालो बिगड़ी दशा हमारी , दया करो हे दयालु भगवन
शरण में आये ......................................................

न हममे बल है न हममे शक्ति, न हममे साधन न हममे भक्ति 
तुम्हारे दर के हैं हम भिखारी दया करो हे दयालु भगवान 
शरण में आये ........................................................

बुरे हैं जो हम तो हैं तुम्हारे , भले हैं जो हम तो हैं तुम्हारे 
तुम्हारे होकर भी हैं भिखारी ,दया करो हे दयालु भगवान 
शरण में आये .........................................................




Wednesday, June 26, 2019

मैथिलि पंचांग


Tuesday, May 28, 2019

विनती सुनो हे भगवान

bhagvan-bhajan

विनती सुनो हे भगवान आज प्रभु क्या हो गया 

गिद्ध को तारो प्रह्लाद को तारो प्रह्लाद को तारो 
तारे हैं शबरी नारी आज प्रभु क्या हो गया 
विनती सुनो हे भगवान आज प्रभु क्या हो गया 

दुर्योधन गृह मेवा त्यागो प्रभु मेवा त्यागो 
त्यागे हैं गौतम नारी आज प्रभु क्या हो गया 
विनती सुनो हे भगवान आज प्रभु क्या हो गया 

मंगल मुलगुण के खान पवनपुत्र हनुमान

mangal-mulgun-ke-khan

मंगल मुलगुण के खान पवन पुत्र हनुमान 
मंगल मुलगुण के
बलवान दयावान क्षमावान हनुमान 
मंगल मुलगुण के खान................

अंग सिंदूर से लाल भुजा दोनों विशाल 
निश्छल बल दल के साथ हनुमान हनुमान 
मंगल मुलगुण के ........................

रणवीर रघुवीर प्यारे बजरंग गंभीर
संकट मोचन गंभीर महावीर महावीर 
मंगल मुलगुण के..........................

शोभे साथ रघुनाथ वो हैं त्रिभुवन के नाथ
सिया प्यारी के साथ जगत जान जान जान  

हमर विनय श्री रामचंद्र जी सँ कहबैंह यौ हनुमान


हमर विनय श्री रामचंद्र जी सँ कहबैंह यौ हनुमान 
काशी खोजलहुँ प्रयागो खोजलहुँ , कतहु नहि 
भेंटलाह राम कनेक अहाँ कहबैन्ह यौ हनुमान 
हमर विनय ............................................

चलिते चलिते पाँव थकित भेल
बाटहि में भेंटलाह राम कनिक अहाँ कहबैन्ह यौ हनुमान 
हमर विनय .............................................


जयकार आज बजरंगी का

bajrangbali-bhajan

जयकार आज बजरंगी का जो सच्चा प्रेम लगाता है 
वह भवसागर की धारा से अनायास पर हो जाता है 
जयकार आज ...............................................

लक्षमण को शक्ति लगने पर धौलागिरी कैसे लाये थे 
श्री भारत लाल को अवधपुरी में मीठे वचन सुनाये 
जयकार आज ...............................................

तुम बालपन को याद करो सूरज मुख में जब रखा 
लिख दिया सरे रामायण में नहीं और ग्रन्थ में है पाया 
जयकार आज ................................................

Tuesday, February 26, 2019

जय जय जय अम्बे (अम्बे जी की आरती )





  • जय जय जय अम्बे जय अम्बे  

  • नूतन सघन सजल रवि छवि शुम्भ निशुम्भ बधइया 
  • जोगिनी कोटि अनंत डाकिनि नाचत ता ता थैया
  • जय जय जय अम्बे जय अम्बे  

  • मुण्ड माल सिर व्यथन विराजत सब आसन सुख दइया 
  • डिमिक डिमिक डिम डामरु बाजय भूतक नाच गवैया 
  • जय जय जय अम्बे जय अम्बे  

  • शिव सनकादि आदि मुनि सेवित शुम्भ निशुम्भ बजैया 
  • शंकर यश करू विनती आरती जय जय तारणी मैया 
  • जय जय जय अम्बे जय अम्बे  









Saturday, January 5, 2019

सरस्वती वंदना



हे शारदे माँ हे शारदे माँ अबतो शरण में हमे तार दे माँ 

तू स्वर की देवी ये संगीत तुझसे 
हर शब्द तेरा है हर गीत तुझसे 
हम हैं अकेले हम हैं अधूरे 
अपनी शरण में हमे आज ले माँ 
हे शारदे माँ ................................

मुनियों ने समझा गुणियों ने गाया
वेदों की भाषा पुराणों की वाणी 
हम भी तो समझे हम भी तो जाने 
विद्या का हमको अधिकार दे माँ 
हे शारदे माँ .................................

तू श्वेत वर्णी कमल पे विराजे 
हाथों में वीणा मुकुट सर पे  साजे 
मन से हमारे मिटाके अँधेरे 
हमको उजालों का संसार दे माँ 
हे शारदे माँ ....................................



 
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