Thursday, July 9, 2009

दूर्वाक्षत मंत्र

मैथिल विवाह मे दूर्वाक्षतक बड महत्व छैक आ चुमाओन जतेक बेर होयत छैक एहि मंत्रक काज परैत छैक। आय काल्हि दूर्वाक्षतक मंत्र याद रखनाइ एकटा समस्या भs गेल छैक खास कs शहर मे। ओना त पत्रा मे मंत्र रहैत छैक मुदा
कतहु कतहु पत्रा नहि रहैत छैक आ नेट अवश्य रहैत छैक।
दूर्वाक्षतक मंत्र

आब्रह्मन ब्राह्मणों ब्रह्मवर्चसी जायतामाराष्ट्रे राजन्यः शूर इषव्यौsतिव्याधि महारथो जायताम दोघ्री धेनु वॉढ़ाsनड्वानाशुः सप्ति पुरन्ध्रियॉषा जिष्णू रथेष्ठाः सभेयो युवाsस्ययजमानस्य वीरोजायाताम निकामे निकामे नः पर्जन्यो वर्षतु फलवत्यो न औषधयः पच्यन्ताम योगक्षेमोनः कल्पताम मंत्राथॉः सिद्धयः सन्तु पूर्णाः सन्तु मनोरथाः। शत्रुणां बुद्धिनाशोsस्तु मित्राणामुदस्तव।
 
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