" शंकर जी की आरती "
आरती करो हर हर की करो
नटवर की भोले शंकर की
आरती करो शंकर की ....2
सर पर शशि का मुकुट संभारे
तारों के पायल झनकारे
धरती अम्बर डोले तांडव
लीला की नटवर की
आरती करो शंकर की
आरती करो हर हर की...
फन का हार पहनने वाले
शम्भो हैं जग के रखवाले
सकल चरा चर ओ डमरूधर
लीला की नटवर की
आरती करो शंकर की
आरती करो हर हर की ...
महादेव जय जय शिव शंकर
जय गंगाधर जय डमरूधर
हे देवों के देव मिटायो
विपदा अब घर घर की
आरती करो शंकर की
आरती करो हर हर की......
6 comments:
बहुत खूबसूरती और अच्छी सोच से उपजी हुई उम्दा रचना के लिए आपका धन्यवाद /
bachapan se hi yah geet sun rahaa hoo, shiv ki pyaree aarati hai yah. shayad kisi film men bhi thee. jo bhi ho, aapke bahaane, fir yah aarati gungunaa rahaa hoo.
BAHUT SUNDAR AARTI.....JAI HO BHOLE NATH KI.
har har mahadev.narayan narayan
आप सबों का आभार !!
प्रशंसनीय । शिवजी कृपा करें ।
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