जयकार आज बजरंगी का जो सच्चा प्रेम लगाता है 
वह भवसागर की धारा से अनायास पर हो जाता है 
जयकार आज ...............................................
लक्षमण को शक्ति लगने पर धौलागिरी कैसे लाये थे 
श्री भारत लाल को अवधपुरी में मीठे वचन सुनाये 
जयकार आज ...............................................
तुम बालपन को याद करो सूरज मुख में जब रखा 
लिख दिया सरे रामायण में नहीं और ग्रन्थ में है पाया 
जयकार आज ................................................

 
 
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