हिन्दू पंचांग के हिसाब से एक मास में दो पक्ष होते हैं। पहला कृष्णपक्ष , इसमें चंद्रमा निरंतर घटता जाता है और अमावस्या के दिन पूर्ण अंधकार हो जाता है। दूसरा शुक्ल पक्ष , जिसमें चंद्रमा बढ़ता है व पूर्णिमा के दिन पूर्ण प्रकाशित हो जाता है। चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से विक्रम संवत शुरू होता है जिसे हिंदू नववर्ष या नव संवत्सर भी कहते हैं ।
आज चैत्र शुक्ल पक्ष का प्रतिपदा है और विक्रम संवत २०६७ का आरम्भ। आज के दिन ही बासंती या चैत्र नवरात्रा आरम्भ होता है और आज के दिन ही चैत्र दुर्गा पूजा की कलश स्थापना की जाती है । नौ दिनों तक धूम धाम से चलने वाली इस दुर्गा पूजा का भी विशेष महत्व है ।
6 comments:
badiya jaankaari di hain aapne
अच्छी जानकारी। धन्यवाद।
bahut badhiya jankari.........nav samvatsar mangalmay ho.
नए वर्ष की बधाई एवं शुभकामनाएं !!
आभार जानकारी का.
आप को नव विक्रम सम्वत्सर-२०६७ और चैत्र नवरात्रि के शुभ अवसर पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ ..
बढ़िया पोस्ट
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