Thursday, September 30, 2010
Monday, September 20, 2010
A Village Woman
द्वार पर ठाढ़ कुजरनी
मैथिल सबमे किछु जातिक महिला सब घरे-घर जाक तरकारी बेचैत छहि जकरा कुजरनी कहल जायत छहि |
मैथिलि में कुछ महिलायें घर घर जाकर सब्जियां बेचती हैं जिन्हें 'कुजरनी' कहा जाता है |
A woman selling vegetables and holding pet goats .
Wednesday, September 15, 2010
फूल लोढ़ैत कनिया
Bride Picking Flower
मैथिल सबमे फूल लोढ़क व्यवहार बड पुरान अछि | मधुश्रावणी में पूरा पंद्रह दिन नवव्याहता अपन सखी सब संगे फूल लोढ़ैत छथि आ विषहरा के पूजा करैत छथि |
मैथिल में श्रावण माह में नवव्याहता फूल चुनती हैं और पूजा करती हैं |
In Maithils, newly wedded brides pick flolwers for worshipping Gods .
Monday, September 13, 2010
Monday, September 6, 2010
गंगा स्तुति
"गंगा स्तुति "
प्रातः वंदन करय छी हे गंगे
कल कल सुनि मोन हर्षित हे गंगे
दिय दर्शन सब दिन हे गंगे
हरु विघ्न बस एतबहि हे गंगे
लहरि लहरि सत राग हे गंगे
मुग्ध मोन भेल अनुराग हे गंगे
करू मिनती स्वीकार हे गंगे
क्षमा माँगय छी दिय सदगति हे गंगे
नेह निनानिद पुनमति हे गंगे
कुसुम निहारि भेली धन्य हे गंगे
- कुसुम ठाकुर -
Subscribe to:
Posts (Atom)